1. डिज़ाइन के बेसिक सिद्धांत समझें
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कलर थ्योरी (रंग कैसे साथ में अच्छे लगते हैं)।
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टाइपोग्राफी (फॉन्ट का चुनाव, हायरार्की, पढ़ने में आसानी)।
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कंपोज़िशन और लेआउट (संतुलन, अलाइनमेंट, कॉन्ट्रास्ट, स्पेसिंग)।
2. डिज़ाइन सॉफ़्टवेयर सीखें
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शुरुआत फ्री टूल्स (Canva, Figma, Photopea) से करें, फिर Adobe Photoshop, Illustrator, InDesign पर जाएँ।
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एक समय में एक टूल पर ध्यान दें।
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बेसिक फ़ंक्शन सीखें: लेयर्स, शेप्स, टेक्स्ट, फाइल एक्सपोर्ट करना।
3. सिंपल प्रोजेक्ट से प्रैक्टिस करें
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सोशल मीडिया पोस्ट, विज़िटिंग कार्ड, बैनर, फ़्लायर डिज़ाइन करें।
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ऑनलाइन ट्यूटोरियल देखकर डिज़ाइन कॉपी करें (सिर्फ़ सीखने के लिए)।
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तब तक अभ्यास करें जब तक बेसिक्स आसान न लगने लगें।
4. अच्छे डिज़ाइन का अध्ययन करें
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Behance, Dribbble, Pinterest पर प्रोफेशनल काम देखें।
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उनके कलर कॉम्बिनेशन, फॉन्ट यूज़ और लेआउट नोट करें।
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खुद से पूछें: ये डिज़ाइन अच्छा क्यों लग रहा है?
5. इमेज एडिटिंग और वेक्टर वर्क सीखें
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फोटो एडिटिंग (ब्राइटनेस, कॉन्ट्रास्ट, क्रॉपिंग, रिटचिंग)।
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वेक्टर डिज़ाइन (लोगो, आइकन, इलस्ट्रेशन)।
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टूल्स: Photoshop (रास्टर इमेज के लिए), Illustrator (वेक्टर के लिए)।
6. फाइल फॉर्मैट और साइजिंग समझें
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JPG, PNG, SVG, PDF में अंतर जानें।
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DPI (प्रिंट vs डिजिटल) समझें।
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डिज़ाइन को अलग-अलग प्लेटफॉर्म के हिसाब से री-साइज करना सीखें।
7. डिज़ाइन वर्कफ़्लो बनाएं
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कंसेप्ट से शुरू करें (ब्रिफ़ → मूडबोर्ड → स्केच → फाइनल डिज़ाइन)।
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डिज़ाइन शुरू करने से पहले रेफ़रेंस इकट्ठा करें।
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तेज़ी से काम के लिए टेम्पलेट्स सेव रखें।
8. फ़ीडबैक लें और सुधार करें
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अपने डिज़ाइन कम्युनिटी में शेयर करें।
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क्रिटिसिज़्म को पॉज़िटिव लें — ये सीखने की गति बढ़ाएगा।
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अपना पहला डिज़ाइन और 50वां डिज़ाइन तुलना करें।
9. ब्रांडिंग के बेसिक्स सीखें
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लोगो, ब्रांड कलर्स और टाइपोग्राफी सिस्टम बनाना सीखें।
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समझें कि डिज़ाइन कैसे ब्रांड की पहचान बनाता है।
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प्रैक्टिस के लिए नकली (फेक) ब्रांड बनाकर डिज़ाइन करें।
10. पोर्टफ़ोलियो बनाएं
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अपने बेस्ट 8–12 डिज़ाइन इकट्ठा करें।
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उन्हें Behance, Instagram या अपनी वेबसाइट पर दिखाएँ।
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जैसे-जैसे आप सीखते जाएँ, उसे अपडेट करते रहें।
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